Tuesday, January 18, 2022

मुंबई में अनूप जलोटा जी से मिलना एक आनंददायक क्षण था। उनको अपनी नज़्मों की किताब भेंट की और उन्होंने मेरी एक नज़्म की धुन बनाई और गाने लगे।


 

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