This blog has my Hindi poems, articles and stories, mainly based on my migrant experiences in Australia. इस ब्लॉग में मेरी साहित्यिक रचनाएं हैं, आशा है सुधी पाठक पढ़ कर विचार व्यक्त करेंगे।
Monday, June 25, 2012
कैंडी फ्लॉस
वो छोटी बच्ची
जो कैंडी फ्लॉस खा रही है
कोई अनसुलझी गुत्थी सुलझा रही है।
जो कैंडी फ्लॉस खा रही है
कोई अनसुलझी गुत्थी सुलझा रही है।
गुलाबी रंग से रंगे हाथों से
तरह तरह की मुद्राएँ बनाती है
कभी कैंडी फ्लॉस सी ख़ुशी में फूल जाती है
कभी चिपचिपाते चेहरे को पोंछना भूल जाती है
सात साल की ये बच्ची जाने क्या बुदबुदाती है।
उसकी कोई बात तुम्हें समझ नहीं आती है।
तो तुम खीझ जाते हो
और उसे हाइपर एक्टिव बताते हो।
लड़की सपनों से खेलती है
रिटलिन की बड़ी खुराक झेलती है
और ढूंढती रहती है
कितने अनकहे सवालों के जवाब
कभी कैंडी में, कभी खिलौनों में और
कभी स्कूल की किताबों में।
..........
Sunday, June 24, 2012
तिनके की तलाश
एक तिनका हाथ में पकड़े
वो बादलों की ओर ताकता रहा
बादल के पीछे छिपा सूरज
पसीने पोंछता रहा
और छोटा लड़का
और छोटा लड़का
जाने क्या खोजता रहा।
विद्यालय की घंटी बजी
वो जैसे सोते से जागा
सर्राटे से क्लास की ओर भागा।
पर तब तक....
तिनका बदल गया था,
विद्यालय की घंटी बजी
वो जैसे सोते से जागा
सर्राटे से क्लास की ओर भागा।
पर तब तक....
तिनका बदल गया था,
टीचर की डांट में।
ज़िन्दगी गुजरने लगी,
ज़िन्दगी गुजरने लगी,
यूं ही काट छांट में।
बच्चा अब बड़ा है
शादी की तैयारी है
पर उसकी सूनी आँखों में
शादी की तैयारी है
पर उसकी सूनी आँखों में
तिनके की तलाश
आज भी जारी है।
....
-रेखा राजवंशी
आज भी जारी है।
....
-रेखा राजवंशी
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